- September 24, 2022
Recession Fear: दुनिया के बाजारों पर छाया वैश्विक मंदी का खतरा, शेयर बाजारों ने लगाया गोता
न्यूयॉर्क, एपी: फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद शुक्रवार को पूरे विश्व के शेयर बाजारों में गिरावट का दौर रहा। बाजार में आई गिरावट ने वैश्विक मंदी की आशंकाओं को तेज कर दिया है। न्यूयॉर्क के वॉल स्ट्रीट में भी बिकवाली का दौर रहा, जिसके चलते मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं ऊर्जा की कीमतों में भी बड़ी गिरावट देखी गई।
वहीं, यूरोपीय शेयर बाजारों में भी बड़ी गिरावट देखी गई। यहां बाजारों का हाल साल 2021 का शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे बुरा रहा है। वहीं, यूके में टैक्स की दरों में कटौती की घोषणा ने उनके सेंट्रल बैंक पर अतिरिक्त दबाव डाला है, जिसके चलते बैंक को अपनी दरों को और अधिक बढ़ाने की जरूरत होगी।
आपको बता दें, फेडरल रिजर्व समेत विश्व के अन्य केंद्रीय बैंकों ने उच्च मुद्रास्फीति को कम करने की उम्मीद में इस सप्ताह ब्याज दरों में भारी बढ़ोतरी की है। साथ ही संकेत दिए हैं कि निकट भविष्य में वृद्धि जारी रह सकती है। बैंको इस तरह के कदमों ने अर्थव्यवस्थाओं पर ब्रेक लगा दिया है। जिसके चलते वैश्विक मंदी की आशंकाएं तेज हो गई हैं।यूरोपीय व्यापार गतिविधि पर शुक्रवार के निराशाजनक आंकड़ों के अलावा, एक अलग रिपोर्ट ने सुझाव दिया कि यू.एस. गतिविधि अभी भी कम हो रही है, हालांकि पहले के महीनों में उतनी बुरी तरह से नहीं है।
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अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें इस साल की शुरुआत से 5.7 प्रतिशत गिरकर अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई हैं। इस चिंता में कि एक कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था कम ईंधन जलाएगी। क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतें भी तेजी से गिर गईं क्योंकि उच्च ब्याज दरें उन निवेशों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं जो अमूल्य या सबसे अधिक जोखिम वाले लगते हैं। यहां तक कि दुनिया भर में सोना की कीमतें भी गिर गई, क्योंकि हाई रिटर्न देने वाले बॉन्ड बिना ब्याज के कम आकर्षक लगते हैं।
Edited By: Amit Singh